👉 पालक के पोसक तत्व
पोषक तत्वों से भरपूर पालक विटामिन ए ,सी, जैसे आवश्यक तत्वो से भरपूर कोलेट औरन और कैल्सियम से भरपूर होता है
एंटी आक्सीडेंट गुण : इसमें बीट कैरोटिन, जैसे विभिन एंटी आक्सीडेंट गुण होते हैं जो हमारे शरीर को तनाव से मुक्त करते है और पुरानी बीमारियो के खतरे को कम करते है
प्राचीन फार्स में मूल रूप से पालक की उत्पत्ति हुई थी । और इसे बट सालो से पौष्टिक और सवथ पदार्थ माना जाता है। इसी कारण से इसे बहोत अधिक पसंद भी किया जाता है।एक टीवी प्रोग्राम कामिक किरदार पोपायिके कारण इसकी लोकप्रियता पूरे विश्व में फैली,जिसके कारण पूरे विसव में लोग इसके बारे में अधिक जानने लगे।टीवी शिरियाल पोपायिया का किरदार देखने के बाद लोग सवाल करने लगे की क्या पालक खाने से अधिक ताकत मिलती है। जिसके कारण दुस्मानो को हराया जा सकता है। यही सवाल लोग गुगल पर अधिक पूछने लगे।वैसे तो पपाया की कहानी को चढ़ा बड़ा कर दिखाया गया है।लेकिन पालाल रोग प्रतिकार क्षमता को बढ़ाता है हड्डियां और मासपेसियो के संबंध में बहुत सहायता प्रदान करता है । और कई जैसे संतुलित आहार , सोने का समय सारिरिक कसरत तथा मासपेसियो को बढ़ाने में बहुत कम सहायक होता है। पालक में जो मानव शरीर के अंदर बहुत तरह के विटामिन की जो आवास्यकता होती है वह पाई जाती है। जैसे खनिज आयरन ,प्रोटीन और बहुत सारे विटामिन,विटामिन ए,बी kampalex विटामिन और विटामिन सी जैसे आदि।
👉 पालक के कुछ महत्वपूर्ण लाभ इस प्रकार है।
रक्त चाप कम करता है
पाचन में सुधार करता है।
कैंसर से लड़ता है।
मदुमेह नियंत्रण में काफी मदद करता है।नेत्र स्वस्थ और दृष्टि के लिए अच्छा होता है।
मांसपेसिय के ताकत और हड्डियों को मजबूत करता है।
पालक के प्रति 100 ग्राम में 91ग्राम पानी होता है।पालक पोशाक तत्वों से युक्त काम कैलोरी वाला होता है ।
पालक में 100ग्राम में निम्न होता है।
विटामिन ए 9377 माइकरोग्रम
विटानिम के 482,9माइक्रो ग्राम
विटामिन सी 28,1माइक्रो ग्राम
पोटैसियम 558 मिलीग्राम
मैग्निसिय 79 मिलीग्राम
लोहा 2.71 मिलीग्राम
कैल्शियम 99 मिलीग्राम
शुगर 0.42 ग्राम
फाइबर 2.2 ग्राम
करबोहाईट्रेट 3.63 ग्राम
वसा 10.93 ग्राम
प्रोटीन 2.68 ग्राम
ऊर्जा 23 किलो कैलोरी
पानी 91.4 ग्राम
अक्सर लोग इसे फाइबर से भरपूर और कम वसा वाले आहार में सामिल करते है। सलाद के लिए पालक एक महत्व पूर्ण सामग्री है। पालक प्राकृतिक रूप से ज्यादातर पक्ष्चिमी एशिया और मध्य एशिया में उगता है ।ज्यादातर सर्दियों में इसका उत्पादन किया जाता है।
👉 दुनिया में अधिक उत्पादन करने वाले पांच देसो के नाम
1. संयुक्त राज्य अमेरिका , विश्व उत्पादन का लगभग 1.5%
2. जापान। विश्व उत्पादन का लगभग 1.1%
3. इंडोनेशिया । विश्व उत्पादन का लगभग 1%से भी कम
4. तुर्की। विश्व उत्पादन का लगभग 1%
5. चीन। विश्व उत्पादन का लगभग 90% से अधिक
पालक को हम तीन परकारो में विभाजित कर सकते है।
इन पौधों को सीधा उगने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। इसकी पत्तियों का रंग हरा होता है। ये सबसे सामान्य पारकर के पालक होते है। जो हमे बड़ी आसानी से हमारे छोटे या बड़े मार्केट में मिल जाते है।
पालक के दूसरे प्रकार का पौधा: चिकनी पत्तियों वाला पालक इस प्रकार का पालक की पत्तियां हरी और चिकनी होती है।यह पौधा उगाने में बहुत ही आसान होता है।जो थोड़ी सी मेहनत पर ही उग जाता है। इस पालक की पत्तियां सीधी नहीं होती ।यह सामान्य रूप से हमारे सुपर मार्केट के मिल जाती है।
सेमी / सेवाय यह पालक की एक पारकर की प्रजाति है।
यह सकल पारकर का पौधा है। एम इसकी हरी पत्तियां सिकुड़ी हुई होती है। पालक एक ऐसा पौधा है जिसके विकास के लिए आमतौर पर ठंढा का मौसम अवश्य होता है। यह किसी भी मिट्टी में अच्छी तरह से विकसित हो सकता है। अगर इसमें जैविक खाद के साथ इसे खेतो में बोया जाए तो यह अच्छी तरह से विकसित होता है।
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