4 बीमारियो के लिए दवा है कालीमिर्च जानिए इसके फायदे और सेवन करने का सही तरीका
आपको सायद ही मालूम होगा की आप की किचन में पाए जाने वाली काली मिर्च आपके लिए कितना फायदा मंद हो सकती है। तो आईए जानते है की काली मिर्च के क्या क्या फायदे है।
मौसम की बारिश गर्मी से तो राहत देती है लेकिन इस समय अनेक पारकर के इंफेक्सन होते रहते है। नमी वाला मौसम में अधिक बीमारिय बढ़ने का खतरा रहता है क्योंकि इस मौसम में बैक्टीरिया के बढ़ने की संभावना अधिक रहती है जिससे बीमारी भी बढ़ने का खतरा अधिक रहता है। अच्छी बात यह है आप अपने मसाले में काली मिर्च का इस्तमाल करके अनेक पारकर के मौसमी बीमारी को दूर भगा सकते है। काली मिर्च का इस्तेमाल करने से भोजन के स्वाद में भी बढ़ोतरी आती है। लेकिन आप को जान कर हैरानी होगी की इसके औषधि गुण भी है। खासकर यह मौसमी चेंज में यह अपना असर अधिक दिखाती है।काली मिर्च को रोज मसाला के साथ इस्तेमाल करने से आपको पाचन संबंधी , आपकी इन्यूनिटी, आपकी हेल्थ , और बहुत सी परेशानी को आपसे दूर भगाता है ।तो आईए जानते है की काली मिर्च के कितने पारकर के लाभ है।
1. इन्युनिटी को मजबूत करता है।
जब जब मौसम चेंज होता है तब तब हमारी इम्युनिटी कमजोर हो जाती है। क्यूकी हम हवा में खराब बैक्टीरिया के संपर्क में आता है जिससे हमारा इन्युनिटी का संतुलन बिगड़ जाता है। इम्यूनिटी को मजबूत रखने के लिए जरूरी काम करना आवश्यक होता है। इसके लिए आपको काली मिर्च को रोजाना अपने भोजन में सामिल करना चाहिए जिससे आप इसके लाभ आसानी से पा सके।नेशनल हेल्थ के अनुसार काली मिर्च पराकृतिक में जीव जीवाणुरोधक है
इसमें एंटी ऑक्सीडेंट काफी मात्रा में होता है जो हमारी इन्युनिटी को मजबूत बनाने में हमारी काफी मदद करता है।
2. सर्दी खासी
मौसम के बदलाव में सर्दी खासी होना कॉमन सी बात है। लेकिन उस मौसम में काली मिर्च का सेवन करने से आप बीमार पड़ने की संभावना कम होती है। मसाले में मौजूद एंटी बैक्टीरिया हमारे । रिपेयरिंग सिस्टम को मजबूत बनाए रखता है इसलिए आप हमेशा फिट रहना चाहते है तो आप काली मिर्च का इस्तेमाल आप रोजाना करना सुरु कर दीजिए।
3.पोशाक तत्वों को बढ़ता है।
आपको शायद ही मालूम लोग की काली मिर्च के सेवन से पोसक तत्वों के अवशोषण में काफी हद तक सहायता मिलती है। काली मिर्च में एक पीपेरिन नामक एक यौगिक होता है।जो भोजन के अवश्यक विटामिन मिनिरल्स के अवशोषण को उचित बनाए रखने के लिए माना जाता है।
4. मौसम के बदलाव में काली मिर्च का सेवन करने से आपके पाचन को सही ढंग से सुचारू रूप से सही रखता है। काली मिर्च और भी अनेक प्रकार से लाभ पहुंचता है। जैसे की गैस , एसिडिटी पेट खराब होना ,पेट फूलना जैसी समस्या से राहत दिलाने के लिए काली मिर्च जायदा लाभ करी होता है।
काली मिर्च हाइड्रोक्लोरिक एसिड के स्त्राव में बढ़ावा देता है। जिससे आपका पाचन तंत्र ठीक से काम करने में अवश्य होता है।
काली मिर्च को अपने आहार में शामिल कैसे करे
आप अपने आहार में काली मिर्च को बहु सारे तरीको से सामिल कर सकते है इसे आप चाय में डाले पी सकते है। दूध में डाल के पी सकते है। सूप में डाल के पी सकते है। या फिर ditacs water बनाए ।आप इसे अपनी चाय में भी शामिल कर सकते है।यह न केवल इसे टेस्टी बनाएगा बल्कि इसे गुणकारी भी बनाएगा। निबू पानी या किसी और अन्य पेय जल में भी मिलाके आप पी सकते है यह सभी तरह से लाभ दायक होता है। अपनी सब्जी में भी काली मिर्च के पावडर को छिड़कर खा सकते है।
लौंग के औषधि गुण
सिर दर्द (सिर दर्द या अधकपारी) में लौंग का प्रयोग लाभ दायक है। सिर दर्द में आप लोग लौंग के तेल का इस्तेमाल कर सकते है। यदि कोई सिर दर्द या अधकपारी से परेशान है तो लौंग के तेल का प्रयोग आपको लाभ पहुंचता है। लौंग का प्रयोग कुछ इस पारकर से आप कर सकते है। 6 ग्राम लौंग को आप पानी में पीस कर सुखा लें ।इसके बाद सूखे हुए लौंग को थोड़ा गर्म कर ले। इसका कान के आस पास गाढ़ा लेप करने से सिर का दर्द या अधकपारी से आराम मिलता है।
2 ग्राम लौंग को पानी के साथ पीसकर गर्म कर ले ।इसको माथे पर लेप करने सर्दी के वजह से होने वाली सिर दर्द में आराम मिलता है।
आखों की बीमारी में लौंग के लाभ
कुछ लौंग ले अब लौंग को तांबे के बर्तन में पीस ले ।पीस हुए लौंग को सहद में मिलाके आखों में लगाने से आखों में होनेवाले रोगों में लाभ मिलता है।
दातो में लौंग के प्रयोग और उसके लाभ
लौंग से दातों के रोगों में भी लाभ मिलते है। लौंग के तेल को दातो में रूई के माध्यम से लगाए ।लौंग के तेल को लगाने से दातों के दर्द और दातों में लगे कीड़ो खत्म हो जाते है।जिससे दातो को आराम मिलता है।
बलगम की समस्या में लौंग के फायदे
125 मिली पानी में लौंग के 2ग्राम के पीसे हुए टुकड़ों को उबाल लें। इसे इतना उबाले की लौंग के पानी का एक चौथाई पानी बच जाए। अब इसे छानकर हल्का गर्म में ही पी ले। यह कफ को बाहर निकलने में मदद करता है।
लौंग के सेवन से खत्म होती है सासो और मुंह की बदबू
लौंग को मुंह में रख के खाने से सांस और मुंह की बदबू खत्म होती है।
दम के रोग में भी लाभकारी होता है लौंग का सेवन
दमा के रोग में भी लौंग को खाने से लाभ मिलता है। आंकड़े के फूल , काला नमक, और लौंग को बराबर मात्रा में ले ले।इनको पीसकर छोटी छोटी गोली बना ले। इसको मुंह में रख कर चूसने से सांसों और दमा के रोगों में लाभ मिलता है।
कुक्कुर खासी का इलाज लौंग से हो सकता है।
आग पर 3से 4 चार लौंग को भून ले। इसे सहद में मिलाकर चाटने से खासी में लाभ मिलता है।
हैजा में लौंग से लाभ
हैजा में ज्यादा प्यास लगने के समस्या होती है। अधिक प्यास लगती है। इस स्तिथि में लौंग से काफी आराम मिलता है। दो ग्राम लौंग को एक लीटर पानी में उबाल लें ।अब इसे पाच मिनट तक उबाल लें ।इसको नीचे उतरकर ढक दे ।अब इसमें से 200मिली पानी को बार बार समय समय पर पिलाने से हैजा में लगने वाली ज्यादा प्यास में आराम मिलता है।
अपच की समस्या में लौंग के लाभ
3 ग्राम हरड़ 1ग्राम लौंग को काढ़ा बनके रख ले। अब इसमें उचित मात्रा में सेंधा नमक मिला ले ।सेंधा नमक उतना ही मिलाए जितना पी सके । इसको अपच की स्तिथि में पिलाने से आराम मिलता है।
जी मिचलाने पर लौंग का इस्तेमाल
अगर किसी का जी मचला रहा है तो आप लौंग का निम्न तरह से उपयोग कर सकते है। यह उपाय इस पारकर है। कुछ लौंग को पीसकर पानी में थोड़ा सा गर्म कर ले। अब इसे उस व्यक्ति को पिला दे जिसका मन मचला रहा है। इसको पिलाने से रोगी को आराम मिलता है।
बुखार में लौंग का उपयोग करने से लाभ
छोटी पीपली और लौंग को बराबर मंत्रा में पीस ले ।अब इसको इस मिश्रण को जितना मिश्रण है उसका आधा शहद लेकर इनको मिलाकर सुबह शाम चाटने से बुखार के कारण हुए कमजोरी में लाभ देता है।
चिरयता तथा लौंग को समान भाग में ले ले अब इन दोनो को पानी में पीसकर पिलाने से बुखार में लाभ मिलता है।
पेट की गैस की समस्या में लौंग के लाभ
40ग्राम गुड़,10ग्राम सेंधा नमक,10ग्राम सोंठ,10ग्राम लौंग,अजवायन इन सबको पीस ले ।इनकी कुछ गोलियां बना ले ।इनकी 1 गोली को दिन में 1बार सेवन करने से पेट की गैस की समस्या में काफी लाभ देखने को मिलता है।
डिस्कलेमर==सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी देती है। यह साइट इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नही करती है।
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