हर इंसान के अनदयर कुछ न कुछ कामजोतिया होती है लेकिन खास बात यह है की हम उन कमजोरियों को पहचाने और उन्हे दूर करने के लिए सही कदम उठाए । हमारी अंदर की कमजोरी हामी को नहीं बल्कि भवणात्मक और मानसिक रूप से भी हमे कामजोर बना सकती है । तो आज हम उन कंजोरिया के बारे मे चर्चा करेंगे और जनेगे की हम कैसे अपने शरीर को मजबू बना सकते है ।
1. सरीर की कमजोरी को दूर करने के उपाय
उकीट पोसण ले
हमारा शरीर पोसण पर टीका होता है । अगफर शरीर को सही मंत्र मे विटामिन प्रोटीन ,मिनरल्स नहीं मिलते है तो शरीर मे कमजोरी स होने लगता है ।
* हरी सब्जिय नट्स फल और सबूत अनाज को सामील करे ।
प्रोटीन के अच्छे स्रोत अंडे मछली ,डाल , दूध का सेवन करना चाहिए ।
रोज हमे 8- से 10 गिलास पानी पीना चाहिए । जिससे हमारा सरीर हाइट्रेड हो सके ।
जायद ताल और जनक फूड खाने से बचे ।
2. प्रतिदिन व्यायम करे
सरीर को मजबूत बनाने के लिए प्रतिदिन मेहनत करना जरूरी होता है । व्यायम करने से न केवल हमारी ममानस्पेसियों को मजबूत बनाता है बल्कि ब्लड सर्कुलेशन को काफी बेहतर बनाता है ।
प्रतिदिन काम से काम 30 मिनट तक व्यायम करना चाहिए ।
शरीर मे ऊर्जा बनाए रखने के लिए कार्डियो और सटेचिंग व्यायाम करना जरूरी होता है ।
3. नीद अच्छी ले
नीद की कमी से शरीर को कमजोरी हो सकती है ।
रोजाना 8 घंटे नीद लेना चाहिए
सोने से पहले स्क्रीन टाइम काम करे ।
सोने का एक समय फिक्स करे
4. मानसिक कमजोरी को दूर करे ।
खुद को पॉजिटिव बनाए रखने से मानसिक रूप से हम अधिक मजबूत बनते है ।
खुद पे भरोसा रखे और नागेटिव सोच को दूर रखे ।
साहस भारी किताबे पढे ताकि हमारे अंदर पॉजिटिव सोच आए ।
नकारात्मक लोगों से दूरी बनाए रखे ।
5. प्रतिदिन dhayan करे
ध्यान करने से अकाग्रता बढ़ती है । और मानसिक तनाव काम होता है ।
रोजाना 30 मिनट मेडिटेशिऑन करे ।
रोजाना गहरी सास ले और खुद को सांत करे ।
मानसिक शांति के लिए प्राणीयम भी जरूरी होता है ।
6. आत्मविश्वास तेज करे
कम आत्मविश्वास भी मानसिक कमजोरी का कारण बन सकता है ।
हमेशा नई चीजों को सीखने की कोशिश करे । अपने लक्ष्य को ते करे और हमेशा उसे पाने की कोशिश करे ।
7. भावनात्मक कमजोरी को दूर करने के उपाय
खुद को समझने की कोसिस करे
भावनात्मक मे मजबूत बनने के लिए जरूरी की आप अपने आप लो अच्छी तरह से समझे ।
और अपनी भावनाओ को अच्छी से लिख के समझे ।
अगर आप किसी बात से अधिक परेसन होते है तो उसे प्रेसन होने के बजाय उस समस्या का हाल निकले ।
8. मैनेजमेट स्ट्रेस
तनाव और चिंता से भावनात्मक कमजोरी बढ़ सकती है ।
किताबे ,संगीत , और अच्छे जगह पे समय बिताए ।
9. अपने रिसते को मजबूत बनाए ।
मजबूत रिसते होने से हम ज्यादा खुस और आत्मविसवास से भरे होते है और रिसते हमारी भावनाओ को प्रभवित करती है ।
किसी से काम या ज्यादा मानमोटाव हो तो उसे सुलझाने की कोशिस करे ।
हमेशा दूसरों की मदद करे इससे आत्मसंतोष मिलता है ।
दोस्तों और परिवार के साथ अच्छा समय बिताए ।
निसकर्ष
अपनी अंदरूनी कमजोरी खत्म करने के लिए सही व्यायम ,सही डाइट , सकारात्मक सोच , अच्छे रिसते , ध्यान को करना जरूरी होता है । हम अगर इन सभी बातों को जिंदगी मे अपनाते है तो हम शारीरिक ,मानसिक ,भवणात्मक सभी रूप से मजबूत हम बन साकते है । याद रहे आत्मविश्वश और आत्मनिर्भर हमारी असली ताकत है ।
दोस्त आगर आपको हमारी जानकारी पसंद आई तो आप इस जानकारी को अपने दोस्तों ,मित्रों ,संबंदी आदि को भेज सकते है जिससे उनके जीवन मे इस प्रकार की समस्या से छुटकारा प सके और हमेशा खुश रहे ।
राम राम भाइयों और बहनों । जय श्री राम हर हर महादेव